Saturday 26 November 2016

कैसे बनाएं जीवन को सरल

मार्गदर्शक चिंतन-

जीतना सरल है, हारना सरल है। पाना सरल है, खोना सरल है। जीना सरल है व मरना भी सरल है मगर जीवन में सरल होना ही सबसे कठिन है। हम जिन्दगी में एक अच्छे विचारक बन जाते हैं, एक अच्छे व्यवसायी बन जाते हैं। कई पदक विजेता बन जाते हैं, एक अच्छे इंजीनियर, डाक्टर सब बन जाते हैं, बस केवल सरल ही नहीं बन पाते।
सब बन गये और सरल न बन पाए तो समझ लेना जीवन में एक बड़ी चूक रह गई।
सरल होने का अर्थ किसी को जवाब न देना तो नहीं हाँ सोच समझ कर जवाब देना जरुर है।
अगर आप की ख्वाहिश जहां में छा जाने की है तो याद रखना सब बन सको या न बन सको मगर सरल बनने का प्रयास जरुर करना। सहजता ही सबसे बड़ी सभ्यता है। जो शिष्ट नहीं है वो कभी विशिष्ट नहीं बन सकता।

No comments:

Post a Comment