Saturday 19 November 2016

सुबह से शाम तक के मात्र 10 मंत्र..करेंगे कल्याण

सुबह से शाम तक के 10 मंत्र

1- सुबह उठते ही अपनी दोनों हथेलियां देखकर मंत्र बोले
कराग्रे वसते लक्ष्मीः कर मध्ये सरस्वती
करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम्

2- धरती पर पैर रखने से पहले बोले ये मंत्र

समुद्रवसने देवि पर्वतस्तन मंडले
विष्णुपत्नी नमस्तुभ्यं पादस्पर्शं क्षमस्वमे

3- मंजन से पहले बोले ये मंत्र

आयुर्बलं यशो वर्चः प्रजाः पशुवसूनि च ब्रह्म प्रज्ञां
च मेधां च त्वन्नो देहि वनस्पते

4- नहाने से पहले

गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति नर्मदे
सिंधु कावेरि जलेस्मिन् सन्निधिं कुरु

5- सूर्य अर्घ्य मंत्र

ऊं भास्कराय विद्महे महातेजाय धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयात

6- भोजन से पहले

ऊं सहनाववतु सहनौभुनक्तु सहवीर्यम् करवावहै
तेजस्विना वधीतमस्तु मां विद्विषावहै

7-  भोजन के बाद
अगस्त्यम कुंभकर्णं च शनिं च बडवानलं
भोजनं परिपाकार्थ स्मरेत भीमं च पंचमं

8- पढाई शुरु करने से पहले

ऊं श्रीसरस्वती शुक्लवर्णां सस्मितां सुमनोहराम
कोटिचंद्रप्रभा मुष्टपुष्टश्रीयुक्त विग्रहम्

9- शाम को पूजा का मंत्र

ऊं भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि
धियो यो नः प्रचोदयात

10- रात को सोने से पहले

अच्युतं केशवं विष्णुं हरिं सोमं जनार्दनम्

हसं नारायणं कृष्णं जपते दुःस्वप्रशान्तये

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