सुबह
से शाम तक के 10
मंत्र
1-
सुबह
उठते ही अपनी दोनों हथेलियां
देखकर मंत्र बोले
कराग्रे
वसते लक्ष्मीः कर मध्ये सरस्वती
करमूले
तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम्
2-
धरती
पर पैर रखने से पहले बोले ये
मंत्र
समुद्रवसने
देवि पर्वतस्तन मंडले
विष्णुपत्नी
नमस्तुभ्यं पादस्पर्शं
क्षमस्वमे
3-
मंजन
से पहले बोले ये मंत्र
आयुर्बलं
यशो वर्चः प्रजाः पशुवसूनि
च ब्रह्म प्रज्ञां
च
मेधां च त्वन्नो देहि वनस्पते
4-
नहाने
से पहले
गंगे
च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति
नर्मदे
सिंधु
कावेरि जलेस्मिन् सन्निधिं
कुरु
5-
सूर्य
अर्घ्य मंत्र
ऊं
भास्कराय विद्महे महातेजाय
धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयात
6-
भोजन
से पहले
ऊं
सहनाववतु सहनौभुनक्तु सहवीर्यम्
करवावहै
तेजस्विना
वधीतमस्तु मां विद्विषावहै
7- भोजन
के बाद
अगस्त्यम
कुंभकर्णं च शनिं च बडवानलं
भोजनं
परिपाकार्थ स्मरेत भीमं च
पंचमं
8- पढाई
शुरु करने से पहले
ऊं
श्रीसरस्वती शुक्लवर्णां
सस्मितां सुमनोहराम
कोटिचंद्रप्रभा
मुष्टपुष्टश्रीयुक्त विग्रहम्
9- शाम
को पूजा का मंत्र
ऊं
भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्य धीमहि
धियो
यो नः प्रचोदयात
10- रात
को सोने से पहले
अच्युतं
केशवं विष्णुं हरिं सोमं
जनार्दनम्
हसं
नारायणं कृष्णं जपते
दुःस्वप्रशान्तये
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