मार्गदर्शक चिंतन-
चेहरे का वास्तविक सौंदर्य प्राकृतिक सौंदर्य है कृत्रिम प्रसाधन नहीं। प्रसाधनों के प्रयोग से केवल चेहरे का रंग बदला जा सकता है। चेहरे का रंग नहीं ढंग भी बदलें। इसके साथ एक प्यारी सी मुस्कराहट होनी ही चाहिए।
चेहरे पर मुस्कान दिखे और चेहरे पर मुस्कान रहे दोनों अलग-अलग स्थितियाँ हैं। चेहरे पर मुस्कान दिखाना तो केवल दिखावट है। मगर चेहरे पर मुस्कराहट रहना यह चेहरे की वास्तविक सजावट है।
चेहरा ही हमारे भीतर का वास्तविक दर्पण है, माना कि आपके जीवन में अनेक कष्ट हैं। एक बार अपने मन को प्रभु चरणों में अर्पण करके तो देखो, आपके चेहरे रुपी दर्पण पर चमक अवश्य आएगी।
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