Thursday 12 October 2017

कैसा हो आपका व्यवहार..

मार्गदर्शक चिंतन-

अच्छे व्यापार के लिए ही नहीं अपितु अच्छे व्यवहार के लिए भी सदैव प्रयत्नशील रहो बने रहो। जहाँ अच्छा व्यापार आपको सुखी रखेगा वहीँ अच्छा व्यवहार आपको आंतरिक ख़ुशी प्रदान करेगा।
हमारे जीवन में कई क्लेशों का केवल एक ही कारण है वह है स्वभाव। कुछ ना हो तो अभाव सताता है। कुछ हो तो भाव सताता है और सब कुछ हो तो फिर स्वभाव सताता है। बुरे स्वभाव से हम आसान चीजों को भी क्लिष्ट बना लेते हैं।
गलत व्यवहार, क्रोध, ह्रदय में अशांति और भय पैदा करता है। वाह्य ख़ुशी तो व्यापार दे देगा पर भीतर की प्रसन्नता, आनंद और निर्भीकता तो मधुर व्यवहार ही देगा। व्यपार के लिए ही नहीं व्यवहार के लिए भी चिंतन किया करो।

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