Monday 29 May 2017

जानिए कितनी शक्ति होती है इंसान में..

मार्गदर्शक चिंतन-

क्या आपको पता है कि आपके भीतर कितनी शक्ति, कितनी सामर्थ्य छिपी पढ़ी है। दुनिया की कोई भी मशीन आज तक नहीं जान पाई। अपनी शक्ति का एक क्षुद्र भाग ही अभी तक आप प्रगट कर पाए हो।
इन्सान के पास जितनी शक्ति , जितने बिचार , जितने नये सृजन करने की सामर्थ्य बिद्यमान है वह अन्य किसी भी जीव के पास नहीं है। सैकड़ों बार आप असफल या चोट खा सकते हो लेकिन स्वयं में और ईश्वर में विश्वास रखने के कारण आप संसार को जरूर कुछ देने में सफल होंगे। 
समाज को कुछ ऐसे मनुष्यों की आवश्यकता है जो परमार्थ के यज्ञ में निरन्तर संलग्न रहकर इस समाज का भला कर सकें। जब तुम कहते हो मै क्या कर सकता हूँ ? तब तुम भगवान् का भी उपहास उड़ाते हो।
कुछ भी तो ऐसा नहीं जो तुम्हारे द्वारा ना हो सके। दृढ इच्छा की और अपनी शक्तियों को पहचानने की जरूरत है बस।

No comments:

Post a Comment