Wednesday 20 September 2017

क्या हैं खुश रहने के मायने..

मार्गदर्शक चिंतन

खुश रहने के लिए जरुरी नहीं कि आपके पास सब कुछ हो अपितु सब कुछ पाने के लिए जरुरी है कि आपके पास ख़ुशी हो। अन्यथा दुखी मन से किया प्रयास कभी भी हमें उस ऊँचाई तक नहीं पहुँचा सकता जहाँ कि हमें होना चाहिए था। सफलता प्राप्त होने का मतलब खुश होना नहीं, हाँ खुश रहने का मतलब सफलता प्राप्त करना है।
यद्यपि एक अर्थ में आज हमने वहुत कुछ प्राप्त कर लिया तथापि प्रसन्नचित्त के अभाव में हमारी उन उपलब्धियों का कुछ ज्यादा मोल भी नहीं। वे लोग खुश नहीं समझे जा सकते जो सफल हों मगर उन लोगों को जरूर सफल समझना चाहिए जो हमेशा खुश रहते हों।
मूल्य सफलता का नहीं प्रसन्नता का है क्योंकि भारतीय दर्शन में किसी भी आदमी को तब तक सफल नहीं समझा जाता जब तक कि वह प्रसन्न रहना न सीखे।

No comments:

Post a Comment