Wednesday 25 January 2017

क्या है यज्ञ (हवन) का वैदिक और वैज्ञानिक महत्व..

!!!---: यज्ञ की उपयोगिता :---!!!
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(.) यज्ञ प्रकृति के सन्तुलन को बनाए रखने में सहायक है ।
(.) यह मानसिक प्रदूषण को रोकता है । यह शिवसंकल्प , विचार - शुद्धि , सद्भाव , शान्ति और नीरोगता प्रदान करके मानसिक और बौद्धिक रोगों को दूर करता है ।
(.) सस्वर मन्त्र पाठ से और सामगान से मानसिक शान्ति मिलती है ।
(.) यज्ञ से प्रदूषण दूर होता है और आॅक्सीजन का प्रसार होता है , कार्बन डायआॅक्साइड दूर होता है ।
(.) यज्ञ वायु को शुद्ध करता है । इसके धूएँ से चेचक, क्षय, हैजा आदि रोगों के कीटाणु नष्ट होते हैं ।
(.) भैषज्‍य यज्ञ ऋतुपरिवर्तन के समय होने वाले दूषित तत्त्वों को नष्ट करते हैं ।
(.) यज्ञ से रोगों की चिकित्सा भी की जाती है । जैसे यक्ष्मा (तपेदिक ) , ज्वर , गठिया , कण्ठमाला (गण्डमाला) आदि ।

(.) अथर्ववेद (/११/) के अनुसार मरणासन्न व्यक्ति को यज्ञ से बचाया जा सकता है ।

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