मार्गदर्शक चिंतन-
जीवन
में कोई भी चीज इतनी खतरनाक
नहीं जितना भ्रम में और डांवाडोल
की स्थिति में रहना है। आदमी
स्वयं अनिर्णय की स्थिति में
रहकर अपना नुकसान करता है।
सही समय पर और सही निर्णय ना
लेने के कारण ही व्यक्ति असफल
भी होता है।
यह ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है कि लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं ? महत्वपूर्ण यह है कि आप स्वयं के बारे में क्या सोचते हैं ? स्वयं के प्रति एक क्षण के लिए नकारात्मक ना सोचें और ना ही निराशा को अपने ऊपर हावी होने दें।
सफ़ल होने के लिए 3 बातें बड़ी आवश्यक हैं। सही फैसले लें, साहसी फैसले लें और सही समय पर लें। आगे बढ़ने के लिए आवश्यक है कि प्रयास की अंतिम सीमाओं तक पहुंचा जाए।
यह ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है कि लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं ? महत्वपूर्ण यह है कि आप स्वयं के बारे में क्या सोचते हैं ? स्वयं के प्रति एक क्षण के लिए नकारात्मक ना सोचें और ना ही निराशा को अपने ऊपर हावी होने दें।
सफ़ल होने के लिए 3 बातें बड़ी आवश्यक हैं। सही फैसले लें, साहसी फैसले लें और सही समय पर लें। आगे बढ़ने के लिए आवश्यक है कि प्रयास की अंतिम सीमाओं तक पहुंचा जाए।
ना होगा कभी क्लेश मन को तुम्हारे,जो अपनी बड़ाई से बचते रहोगे।
चढोगे सभी के ह्रदय पर सदा तुम,जो अभिमान गिरि से उतरते रहोगे॥
चढोगे सभी के ह्रदय पर सदा तुम,जो अभिमान गिरि से उतरते रहोगे॥
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