Thursday 8 June 2017

जानिए क्या है धर्म...

मार्गदर्शक चिंतन-

धर्म से ही व्यक्ति का कल्याण होता है। धर्म ही व्यक्ति का उत्थान करता है। धर्म ही धारण करने योग्य है। धर्म के मार्ग से अर्थ -काम प्राप्त हो तो अंत में मोक्ष जरूर प्राप्त होता है। 
धर्म का परलोक की चिंता में होना बड़ा खतरनाक हुआ है, इसके दुष्परिणाम सामने हैं। लोग सोचते हैं जीवन अभी के लिए है धर्म कल के लिए। नहीं, धर्म इसी जीवन को विकारमुक्त, विषादमुक्त, भयमुक्त, चिन्तामुक्त, पापमुक्त बनाने के लिए है। 
ईश्वर के सामने 15 मिनट पूजा करना ही धर्म नहीं है अपितु सबके साथ सद व्यवहार करना और दूसरों के जीवन में प्रसन्नता का कारण बनना भी धर्म है। धर्म माने - प्रत्येक कर्म को सावधानी पूर्वक करना।

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