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1. सुंदरकाण्ड का नाम सुंदरकाण्ड क्यों रखा गया?================================

2.
शुभ
अवसरों पर ही सुंदरकांड का
पाठ क्यों?==============================
?゚マᄏशुभ
अवसरों पर गोस्वामी तुलसीदासद्वारा
रचित श्रीरामचरितमानस के
सुंदरकांड का पाठ किया जाता
है। शुभकार्यों की शुरुआत से
पहले सुंदरकांड का पाठ करने
का विशेष महत्व माना गयाहै।जब
भी किसी व्यक्ति के जीवन में
ज्यादा परेशानियां हों,
कोई
काम नहीं बन रहा हो,
आत्मविश्वास
की कमी हो या कोई और समस्या
हो,
सुंदरकांड
के पाठ से शुभ फल प्राप्त होने
लग जाते हैं। कई ज्योतिषी और
संत भी विपरीत परिस्थितियों
में सुंदरकांड का पाठ करने
की सलाह देते हैं।

3.
जानिए
सुंदरकांड का पाठ विशेष रूपसे
क्यों किया जाता
है?========================================
?゚マᄏमाना
जाता है कि सुंदरकाण्ड के पाठ
से हनुमानजी प्रसन्न होते
हैं। सुंदरकाण्ड के पाठ से
बजरंग बली की कृपा बहुत ही
जल्द प्राप्त हो जाती है। जो
लोग नियमित रूप से इसका पाठ
करते हैं,
उनके
सभी दुख दूर हो जाते हैं। इस
काण्ड में हनुमानजी ने अपनी
बुद्धि और बल से सीता की खोज
की है। इसी वजह से सुंदरकाण्ड
को हनुमानजी की सफलता के लिए
याद किया जाता है।

4.
सुंदरकांड
से मिलता है मनोवैज्ञानिक
लाभ
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?゚マᄏवास्तव
में श्रीरामचरितमानस के
सुंदरकांड की कथा सबसे अलग
है। संपूर्णश्रीरामचरितमानस
भगवान श्रीराम के गुणों और
उनके पुरुषार्थ को दर्शाती
है।सुंदरकांड एकमात्र ऐसा
अध्याय है जो श्रीराम के भक्त
हनुमान की विजय का कांड
है।मनोवैज्ञानिक नजरिए से
देखा जाएतो यह आत्मविश्वास
और इच्छाशक्ति बढ़ाने वाला
कांड है। सुंदरकांड के पाठसे
व्यक्ति को मानसिक शक्ति
प्राप्त होती है। किसी भी
कार्य को पूर्ण करने के लिए
आत्मविश्वास मिलता है।
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5.
सुंदरकाण्ड
से मिलता है धार्मिक
लाभ
==========================
?゚マᄏसुंदरकांड
के लाभ से मिलता है धार्मिक
लाभ हनुमानजी की पूजा सभी
मनोकामनाओं को पूर्ण करने
वाली मानी गई है। बजरंग बली
बहुत जल्दी प्रसन्न होने वाले
देवता हैं। शास्त्रों में
इनकी कृपा पाने के कई उपाय
बताए गए हैं,
इन्हीं
उपायों में से एक उपाय सुंदरकांड
का पाठ करना है। सुंदरकांड
के पाठ से हनुमानजी के साथ ही
श्रीराम की भी विशेष कृपा
प्राप्त होती है।किसी भी
प्रकार की परेशानी हो,सुंदरकांड
के पाठ से दूर हो जाती है। यह
एक श्रेष्ठ और सबसे सरल उपाय
है। इसी वजह से काफी लोग सुंदरकांड
का पाठ नियमित रूप करते हैं।
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